- इंदौर में लगेगा देश का सबसे स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम, लोगों को एप से चलेगा पता- किस रूट पर लगा जाम, किस रूट से जाएं
- एलिवेटेड कॉरिडोर, फ्लायओवर की मंजूरी के बाद अब तकनीकी स्तर पर सबसे बड़ा काम
इंदौर . सफाई में नंबर 1 शहर को ट्रैफिक में भी नंबर 1 बनाने के लिए भास्कर द्वारा शुरू किए गए महाअभियान में अब बारी है ट्रैफिक में तकनीकी स्तर पर बड़े और अत्याधुनिक सुधार कामों की। और इसकी शुरुआत होगी अगले साल से। साल 2020 में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के 50 चौराहों पर अत्याधुनिक स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाएंगे। इनमें जो टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जा रही है, वह देश में पहली होगी।
स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल के तहत एक ही रूट के सभी सिग्नल सिंक्रोनाइज होंगे। इससे उस रूट पर चलने वाली सभी गाड़ियों को 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति पर सभी सिग्नल ग्रीन ही मिलेंगे। इससे वाहन चालक जाम में नहीं फंसेगा। सिग्नल ऑटोमैटिक सिस्टम रहेगा जो हर लेन के ट्रैफिक को देखकर टाइमिंग अपने हिसाब से बदलता रहेगा। 4 डी राडार भी हर चौराहे पर लगेगा। इससे ट्रैफिक जाम की सटीक जानकारी मिल सकेगी। स्मार्ट सिटी की तरफ से एक एप भी लॉन्च किया जाएगा, जिससे लोग देख सकेंगे कि जाम की स्थिति में उन्हें किस डायवर्टेड रूट से जाना है।
91 करोड़ में टेंडर हो चुके हैं, अब वर्क ऑर्डर की बारी
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के लिए टेंडर जारी हो चुके हैं। इंदौर में आरएलवीडी टेक्नोलॉजी लाने वाली कंपनी टेक्नोसिस सिक्युरिटी सिस्टम ने 91 करोड़ में टेंडर लगाया है। जल्द ही वर्क ऑर्डर जारी होंगे। इसके बाद नौ महीने में कंपनी 50 चौराहों पर स्मार्ट सिग्नल लगा देगी। इसका पूरा कंट्रोल सिटी बस ऑफिस में इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में रहेगा। एक फीड पलासिया स्थित पुलिस ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर को भी दी जाएगी।
50 चौराहे... एबी रोड, एमजी रोड होंगे कवर
स्मार्ट सिग्नल लक्ष्मीबाईनगर, टाटा स्टील, रामचंद्रनगर, मूसाखेड़ी, सिंधी कॉलोनी, बॉम्बे हॉस्पिटल, पल्हरनगर, पत्रकार चौराहा, बड़ा गणपति, आईटी पार्क, रेडिसन, एमआर-9 रोबोट, खजराना, बंगाली, एग्रीकल्चर कॉलेज, श्रीमाया, छावनी, टॉवर, पलसीकर, महूनाका, नंदलालपुरा, मृगनयनी, कोठारी मार्केट, आबकारी, मरीमाता, महेश गार्ड लाइन, रीगल, हाई कोर्ट, घंटाघर, लैंटर्न, पाटनीपुरा, स्कीम 78, सत्यसाईं, विजयनगर, रसोमा, एमआर-9, एलआईजी, इंडस्ट्री हाउस, पलासिया, गीताभवन, शिवाजी वाटिका, जीपीओ, इंदिरा प्रतिमा, नौलखा, भंवरकुआं, दरगाह टू, होमगार्ड, पीपल्याहाना, निरंजनपुर व एक अन्य चौराहे पर लगेंगे।
5 स्मार्ट फीचर... गति जांचने, चालान बनाने, जाम बताने, रूट क्लीयर करने व इमरजेंसी में कंट्रोल रूम को सूचना देने के लिए
1. 4डी और 3डी राडार : गाड़ियों की औसत गति भी पता चलेगी
4डी राडार 150 फीट तक खड़े वाहनों को रीड कर सकेगा। इसी के आधार पर ट्रैफिक जाम की रियल टाइम फीड कंट्रोल रूम और एप पर मिलती रहेगी। 4डी राडार वाहन की औसत गति भी बता देगा। सिग्नल के साथ 3 डी स्पीड राडार भी लगेगा। इससे वाहन की गति पता चल जाएगी।
2. नंबर प्लेट रिकग्निशन
रूट पर ऐसे एडवांस कैमरे रहेंगे, जो नो-हेलमेट, ट्रिपल सवारी और रांग लेन का चालान बना देंगे। वाहनों की नंबर प्लेट रीड करने वाले कैमरे भी लगेंगे। ई-चालान सीधे वाहन चालक के मोबाइल पर एसएमएस के जरिए मिलेगा। वाहन चालक ऑनलाइन ही चालान की राशि जमा करा सकेंगे।
3. इमरजेंसी व्हीकल लेन
वीआईपी मूवमेंट, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड या अन्य इमरजेंसी वाहनों के गुजरने की स्थिति में कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी उस रूट के सभी सिग्नल ग्रीन कर उसे ट्रैफिक से क्लीयर कर सकेंगे। हालांकि इसके लिए उक्त वाहनों में जीपीएस डिवाइस का लगा होना जरूरी है।
4. रोड मेंटेनेंस का समय तय
अभी निगम किसी भी सड़क पर कभी भी खुदाई कर देता है। नया सिस्टम रेंज में आने वाले चौराहे पर ट्रैफिक के मूवमेंट के हिसाब से जानकारी देगा कि किस रूट पर कौन सा समय खुदाई के लिए उपयुक्त है। उस रोड के ट्रैफिक वॉल्यूम के हिसाब से सिस्टम खुद ही डायवर्टेड रूट प्लान कर देगा।
5. इमरजेंसी कॉल बॉक्स
लोग अकसर अपने मोबाइल से किसी घटना की सूचना कंट्रोल रूम को देने में डरते हैं। इसके लिए हर चौराहे पर एक कॉल बॉक्स रहेगा। इसमें बटन दबाते ही व्यक्ति सीधे कंट्रोल रूम से कनेक्ट हो जाएगा और किसी घटना या अन्य वारदात की जानकारी दे सकेगा।